भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस द्वारा आयोजित कुछ प्रमुख अधिवेशनों का वर्णन है:
1. पहला अधिवेशन (1885)
- कब: 28-31 दिसंबर 1885
- कहाँ: मुंबई (तत्कालीन बॉम्बे)
- कैसे: यह पहला अधिवेशन भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के संस्थापक अध्यक्ष, वाडिया जी के नेतृत्व में आयोजित किया गया।
- क्यों: भारतीय समाज में राजनीतिक जागरूकता और सुधार की आवश्यकता को मान्यता देने के लिए और भारतीयों की चिंताओं को ब्रिटिश सरकार के सामने रखने के उद्देश्य से।
- भाग लेने वाले: इस पहले अधिवेशन में प्रमुख रूप से ए.O.ह्यूम (संस्थापक), दिनशा वाचा, और अल्लन ऑल्स्टन जैसे प्रमुख नेताओं ने भाग लिया।
2. अधिवेशन (1905)
- कब: 26-29 दिसंबर 1905
- कहाँ: बनारस (वर्तमान वाराणसी)
- कैसे: यह अधिवेशन कांग्रेस के विभाजन (संगठनों में विभाजन) और स्वदेशी आंदोलन पर चर्चा के लिए आयोजित किया गया।
- क्यों: इस अधिवेशन ने स्वदेशी आंदोलन को समर्थन दिया और ब्रिटिश सरकार के खिलाफ विरोध व्यक्त किया।
- भाग लेने वाले: लाल-बाल-पाल (लाला लाजपत राय, बाल गंगाधर तिलक, और पंडित मदन मोहन मालवीय) जैसे प्रमुख नेता उपस्थित थे।
3. अधिवेशन (1916)
- कब: 25-29 दिसंबर 1916
- कहाँ: लखनऊ
- कैसे: यह अधिवेशन कांग्रेस और मुस्लिम लीग के बीच समझौते के लिए महत्वपूर्ण था, जिसे लखनऊ समझौता कहा गया।
- क्यों: कांग्रेस और मुस्लिम लीग के बीच सामंजस्य स्थापित करने और एक संयुक्त राजनीतिक मंच तैयार करने के उद्देश्य से।
- भाग लेने वाले: एनी बेसेंट, मोहनदास गांधी, और मौलाना अबुल कलाम आज़ाद जैसे प्रमुख नेताओं ने इसमें भाग लिया।
4. अधिवेशन (1920)
- कब: 26-31 दिसंबर 1920
- कहाँ: अहमदाबाद
- कैसे: इस अधिवेशन में महात्मा गांधी ने असहयोग आंदोलन की शुरुआत की और कांग्रेस को ब्रिटिश शासन के खिलाफ एक सशक्त विरोध में उतारा।
- क्यों: ब्रिटिश शासन के खिलाफ असहयोग और सविनय अवज्ञा आंदोलन की शुरुआत करने के उद्देश्य से।
- भाग लेने वाले: महात्मा गांधी, चक्रवर्ती राजगोपालाचारी, पंडित नेहरू, और अन्य प्रमुख कांग्रेस नेता।
5. अधिवेशन (1930)
- कब: 26-31 दिसंबर 1930
- कहाँ: कराची
- कैसे: इस अधिवेशन में महात्मा गांधी ने नमक सत्याग्रह को लागू करने का निर्णय लिया।
- क्यों: भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन को तेज करने और अंग्रेजों के नमक कर के खिलाफ विरोध प्रकट करने के लिए।
- भाग लेने वाले: महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, और सुचिता कृपलानी जैसे नेताओं ने इसमें भाग लिया।
6. अधिवेशन (1942)
- कब: 8-9 अगस्त 1942
- कहाँ: मुंबई
- कैसे: यह अधिवेशन “भारत छोड़ो आंदोलन” की शुरुआत के लिए आयोजित किया गया, जिसे द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान ब्रिटिश शासन के खिलाफ एक बड़े जन आंदोलन के रूप में देखा गया।
- क्यों: भारतीय स्वतंत्रता की मांग को तेज करने के लिए और ब्रिटिश सरकार को भारत छोड़ने के लिए मजबूर करने के उद्देश्य से।
- भाग लेने वाले: महात्मा गांधी, पंडित नेहरू, और सुभाष चंद्र बोस जैसे प्रमुख नेताओं ने इसमें भाग लिया।
7. अधिवेशन (1947)
- कब: 15-17 अगस्त 1947
- कहाँ: नई दिल्ली
- कैसे: यह अधिवेशन भारतीय स्वतंत्रता के दिन के अवसर पर आयोजित किया गया।
- क्यों: स्वतंत्रता की घोषणा और भारत के नए राजनीतिक ढाँचे पर चर्चा करने के लिए।
- भाग लेने वाले: जवाहरलाल नेहरू, महात्मा गांधी, और अन्य प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी।
ये अधिवेशन भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन की महत्वपूर्ण घटनाओं को दर्शाते हैं और स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख मोड़ और राजनीतिक विचारधारा को दर्शाते हैं। प्रत्येक अधिवेशन ने भारतीय राजनीति, समाज, और स्वतंत्रता संघर्ष की दिशा को प्रभावित किया।